![]() |
Hindustan news paper news |
आगरा लघुवाद न्यायालय में विचाराधीन है योगेश्वर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ ट्रस्ट के प्रभु श्रीकृष्ण विग्रह के केस संख्या-659/2023, श्रीभगवान श्रीकृष्ण लला विराजमान आदि बनाम उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड आदि में 23 अक्टूबर को आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों के वैज्ञानिक सर्वे पर बहस नियत है। केस में वादी अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि 26 फरवरी 2024 को न्यायालय ने अपने आदेश द्वारा ट्रस्ट के प्रभु श्रीकृष्ण विग्रह केस को पोषणीय माना था जिसके बाद उन्होंने 15 मार्च को जामा मस्जिद की सीढ़ियों के वैज्ञानिक सर्वे करवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। वादी अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि माननीय न्यायालय ने केस में अपने आदेश द्वारा विपक्षी संख्या-3 भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, विपक्षी संख्या-4 संस्कृति मंत्रालय,भारत सरकार व आगरा की जामा मस्जिद के लोकल इस्लामिया एजेन्सी (विपक्षी संख्या-2) व इंतजामिया कमेटी में प्रबंधन के आपसी विवाद के कारण विपक्षी संख्या-5 इंतजामिया कमेटी जामा मस्जिद को बनाया है, एवं विपक्षी संख्या- 6 भारत संघ को बनाया है। वादी अधिवक्ता ने बताया कि 15 मार्च से लगातार जामा मस्जिद पक्ष और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग कोई न कोई प्रार्थना पत्र देकर सर्वे को टलवाने के लिए प्रयासरत है। पिछली सुनवाई 10 अक्टूबर को जामा मस्जिद पक्ष ने सर्वे पर आपत्तियाँ न्यायालय में दाखिल कर दी किंतु भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने अभी अपनी आपत्तियाँ दाखिल नहीं की। वादी अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि वह 23 अक्टूबर को जामा मस्जिद के सीढ़ियों के वैज्ञानिक सर्वे पर बहस को तैयार है। प्रभु श्रीकृष्ण विग्रह केस माननीय न्यायाधीश श्री मृत्युंजय श्रीवास्तव के लघुवाद न्यायालय में विचाराधीन है।
0 Comments